आत्मज्ञान का अर्थ क्या है
ज़िन्दगी के लिए चाहत अच्छी है , पर मृत्यु से घबराना नहीं हैं।
क्यूंकि मृत्यु तो अटल सत्य है, इस जिव जगत का।
हर वो प्राणी जो जन्मा है, उसकी मृत्यु भी निश्चित है।
आप ये मत सोचिये की, आपकी ये ज़िन्दगी गर ख़त्म हो गयी ,
तो फिर आपको और दोबारा जन्म नहीं मिलेगी ?
न तो आपका ये पहला जन्म हैं ,
और न ही आखिरी,
आपका आत्मा इस शरीर को धारण करने से पहले,
अंगिनत जन्म ले चूका है, और इसके ख़त्म होने पे,
फिर से जन्म भी लेगा।
तो फिर मृत्यु से भय कैसा ?
हाँ , इसका मतलब ये नहीं की आप ,
सांप के आगे पैर रखदे , की गर मृत्यु होनी है तो होगी,